JIO वित्तीय सेवाएँ अलग हो गईं | जियो वित्तीय सेवाएं | मुकेश अंबानी नई कंपनी
जियो फाइनेंस डिमर्जर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज रिलायंस की एक कंपनी है। जियो ने अपनी जियो फाइनेंस सर्विस को जियो के बाकी कंपनी से अलग कर दिया है। जियो ने आखिर ऐसा क्यों किया? क्या जिओ को इसका फ़ायदा है?..
देखिये जियो यानी कि रिलायंस कंपनी के मालिक मुकेश अंबानी जी हैं। या फिर कोई भी काम ऐसे ही नहीं करता है वो हर काम बहुत ही सोच समझ कर करता है उनको काफी बड़ी प्लानिंग करके जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को अलग किया जाता है। अब आप सभी को मुकेश जी के बारे में पता है कि जरूरत तो नहीं है वो अपना हर दिन बड़ी ही चालाकी के साथ खेलते हैं उनका इस कंपनी को अलग करने के पीछे भी बड़ा करण है
तो आइए जानते हैं मुकेश अंबानी जी ने ऐसा क्यों किया..
मुकेश अंबानी जी को आज कौन नहीं जानता, आज ये भारत नहीं बल्कि पूरी दुनिया के 20 सबसे धनी लोगो में शामिल है, आज इनकी नेट वर्थ 96.4 बिलियन है। आज देश का बच्चा बच्चा इनका नाम जानता है आज इनकी वजह से ही हम देश में इतना सस्ता इंटरनेट इस्तमाल कर पा रहे हैं या आज हम दुनिया सबसे ज्यादा इंटरनेट इस्तमाल कर पा रहे हैं। या आज इनकी वजह से ही भारत में बहुत सारे लोग इंटरनेट का इस्तमाल करके पैसे भी कम ले रहे हैं या बहुत सारे लोग की तो पूरी जिंदगी ही बदल गई है।
पर सबसे अलग मुकेश जी ने अपने जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को अलग क्यों किया जब इनकी ये कंपनी बाकी कंपनी की थी लेकिन सारा प्रॉफिट नहीं देती तब भी कंपनी को ही अंबानी जी ने अलग क्यों किया। वित्तीय सेवाएँ माई पहले भी बहुत से बड़े या दिगज खिलाड़ी उतरे जैसे कि टाटा या महिंद्रा पर ये इस सेक्टर में है लेकिन मबानी जी ने टिक नहीं पाई तो ऐसा क्या करेंगे कि वो इस सेक्टर में आगे बढ़ेंगे। मुकेश जी ने जिस दिन जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को अलग किया, उसी दिन ही इसकी वैल्यू भारत की 3 सबसे बड़ी कंपनी बन गई। जियो ने ब्लैकरॉक कंपनी के साथ 50\50 का मुनाफा कमाया है। जियो ने इस कंपनी के साथ म्यूचुअल फंड के बाजार में घुसने का प्लान बना लिया है। म्यूचुअल फंड का बाजार 44 लाख करोड़ का है। उम्र भर ये बाज़ार या भी बड़ा होने जा रहा है।
क्या टाइम भारत में 6.5 करोड़ लोग हर महीने SIP करते हैं। जिसे हर महीने 11000 का वैल्यू आता है। म्यूचुअल फंड में अम्बानी की क्या रणनीति है? म्यूचुअल फंड ऐ में 2 तरह के होते हैं
एक्टिव फंड:- इसमें आप अपना पैसा निवेश कर सकते हैं या आप अपने पैसे को बड़े-बड़े विदेशी निवेश कर सकते हैं या लाभ कमा सकते हैं, लेकिन अपने पास रख कर बाकी का पैसा आपको दे देते हैं।
पैसिव/इंडेक्स फंड:- इसमे एक्सपार्ट आप के पैसे को किसी बड़ी कंपनी में 6 महीने या साल भर के लिए निवेश कर देते हैं या प्रॉफिट होने पर कुछ हिसाब देते हैं, अपने पास रख कर बाकी का पैसा आप को रिटर्न कर देते हैं।
जब भी अंबानी जी को अपने बिजनेस की स्थिति बतानी होती है तब अंबानी जी सबसे बड़े बंदे को उठते हैं, इस बार जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के लिए ये ले कर आए हैं के.वी. कामथ जी को किसने आईसीआईसीआई बैंक को इतना बड़ा बनाया।